वो जो थोड़ा सा मुस्कुरा देते हैं।
ना जाने कितने गम छुपा लेते हैं।
ख़ुदा महफ़ूज रखे मेरे दुश्मनों को,
जो मेरे ऐब जमाने को बता देते हैं।
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मेरा हाल पूँछा
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