वो जो थोड़ा सा मुस्कुरा देते हैं।
ना जाने कितने गम छुपा लेते हैं।
ख़ुदा महफ़ूज रखे मेरे दुश्मनों को,
जो मेरे ऐब जमाने को बता देते हैं।
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मेरा हाल पूँछा
आज उन्होंने हँसकर मेरा हाल पूँछा। झुकी नजरों ने मुझसे इक सवाल पूँछा। जिसका जवाब हम उनसे चाहते थे, उन्होंने उसी सवाल का जवाब ...
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किस्सा दर्द का है फिर भी सुनाता हूं इसे गुनगुना कर । वो रूठ कर खुश हो ले, मैं भी खुश होता हूँ उसे मनाकर । एक रात के मुसाफिर से तू इजहार-ए-...
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यदि दो पल और ठहर जाते तुम। दिल में कुछ गहरे उतर जाते तुम। हर एक छुअन पर सिहर उठना, शायद इस शर्म से उबर जाते तुम। कर देता तुमको ब...
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