Friday, July 28, 2017

ख़्वाब या हकीकत

आज  उन्होंने  हँसकर  मेरा हाल पूँछा।
झुकी नजरों ने मुझसे इक सवाल पूँछा।

जिसका  जवाब  हम  उनसे  चाहते  थे,
उन्होंने  उसी  सवाल  का जवाब  पूँछा।

खुली आँखों  से  मैं जो देखा करता था,
उन्होंने मुझसे आज  वही  ख्वाब  पूँछा।

दिलों  की  सौदेबाज़ी भी हो ही जाएगी,
जब  दिलों ने आपस मे भाव ताव पूँछा।

देखा है जो कुछ ख्वाब या हक़ीकत  है,
मैने खुद से 'कुमार' ये हजार बार पूँछा।

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मेरा हाल पूँछा

आज  उन्होंने  हँसकर  मेरा हाल पूँछा। झुकी नजरों ने मुझसे इक सवाल पूँछा। जिसका  जवाब  हम  उनसे  चाहते  थे, उन्होंने  उसी  सवाल  का जवाब  ...